ग़मों के मंज़र से दूर, ये साल आपको ले जाए खुशियों के आशियाने मे
आँसू छलके आँखों से, तो आप हों हँसी के फ़साने मे ।।
दुआ हमारी यही है कि, न तड़पो कभी अपनों की रुसवाइयों से
नया साल मुबारक हो, इस दिल की गहराइयों से ।।
सोचता हूँ ख़त्म होते साल के साथ, मेरे गम भी दूर हो जाये
वो फिर मेरी बाहों में हो, मेरे दर्द से वो इतना मजबूर हो जाये ।।