Total Pageviews!!!!!

Follow me on!!!!!

       

Saturday, January 26, 2013

शहीदों को देश पे मर मिटने का ज़ज्बा, सिखाया नहीं जाता


शहीदों को देश पे मर मिटने का ज़ज्बा, सिखाया नहीं जाता
कैसे होते हैं वतन पे कुरबां, इसके रखवालों को बताया नहीं जाता ।।

जो गिरता है लहू शरहद पे, सिपाहियों के तन से
वो शहादत मांगती है उसका मोल, अपने वतन से ।।

की नफरत ना रहे दिलों में, तो बस प्यार ही मुस्कायेगा
माँ अमर हुआ ये लाल भी तेरा, की तेरे प्यार का पहरा भी काम ना आयेगा ||
मिट जाने दे हस्ती मेरी, पर ये तिरँगा झुकने ना पायेगा
देख तेरे वीरों की कुर्बानी, आकाश नमन हो जायेगा ||
ये जादू है तेरी मिट्टी का माँ, एक वीर नया फिर आएगा
रखकर पैर दुश्मन की छाती पे, वो तिरंगा फिर लहराएगा ।।

हाँ अहिंसा ही अच्छाई है, पर ये भी एक सच्चाई है
की आग उगलते सूरज की किरणों से, शीतल जल बरसाया नहीं जाता
कैसे होते हैं वतन पे कुरबां, इसके रखवालों को बताया नहीं जाता
शहीदों को देश पे मर मिटने का ज़ज्बा, सिखाया नहीं जाता
कैसे होते हैं वतन पे कुरबां, इसके रखवालों को बताया नहीं जाता ।।

       

Thursday, January 10, 2013

और मेरी हस्ती तो बस, उनके यादों में ही मिट जाएगी


हमारी वफ़ा के बदले, वो हमसे बेवफा हो गए
अपनी ही बेरुखियों के कारन, वो हमसे खफ़ा हो गए ।।

इस दिल में आज भी, उनकी यादें जिन्दा हैं
वो कभी हमारे थे, इस बात से भी वो शर्मिन्दा हैं ।।

पूछता हूँ वक़्त से, क्या तू उन लम्हों में, मेरी जिंदगी वापस ले जायेगा
कहता है वक़्त का लम्हा, अरे दीवाने, तू फिर उनकी वही दरिन्दगी ही तो पायेगा ।।

मैने कहा खुदा से, की अब तो हम, उनके दीदार को भी तरसते हैं
और ये आँसू हैं, जो चाहकर भी नहीं बरसते हैं ।।

शायद इनको भी एक विश्वास है, की एक दिन वो आएंगे
और उनके ही कदमों में, शायद ये बरस जायेंगे ।।

बोले खुदा की अरे नादान, वो नहीं अब तेरा कभी रुख करेंगे
मत रोक अपने इन अश्कों को, वरना ये अपने अस्तित्व को भी तरसेंगे ।।

अब तो कोई आश ही ना रही, की उनकी एक झलक भी मिल पायेगी
और मेरी हस्ती तो बस, उनके यादों में ही मिट जाएगी ।।