जो चेहरे दिल में बसे हों, वो भुलाए नहीं जाते
वो जो सच में अपने होते हैं, वो हमसे कभी रुठते नहीं
अगर उनसे किये वादे भी निभाये नहीं जाते
आते हैं तड़प कर अपने ही, तेरी बेरुखी मे पराए नहीं आते
छोड़ गुरुर का दामन सोच
जो हँसते हैं तेरी खुशियों में, वो साथी रुलाये नहीं जाते
जो चेहरे दिल में बसे हों, वो भुलाए नहीं जाते
छोड़ गुरुर का दामन सोच
जो हँसते हैं तेरी खुशियों में, वो साथी रुलाये नहीं जाते
जो चेहरे दिल में बसे हों, वो भुलाए नहीं जाते
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