मेरी हस्ती को मिटाने तो आसमां भी आया था
देख मेरी तन्हाई को वो भी मेरी किस्मत पे मुस्काया था
बोला तेरी जिंदगी में बर्बाद करने को अब रखा ही क्या है
गले लगा ले मौत तुझे इसके सिवा बचा क्या है
मैंने कहा ए आसमां अभी तुझे पता क्या है
जो अपने हो गए बेगाने इसमे मेरी खता क्या है
बस तन्हाई तो मेरी अपनी है जो अब तक मेरे साथ है