1) ज़ख्मों के दर्द जब भी अपने होने का एहसास दिलाते हैं |
मेरे लब यूँ ही बेवज़ह मुस्कुराते हैं ||
मेरे लब यूँ ही बेवज़ह मुस्कुराते हैं ||
2) गमो के नशे में ऐसे डूबे हैं कि ...... मय का नशा भी शर्मा जाता है |
मेरी बर्बादी की हर खबर पे ...... वो बेवफा कैसे जश्न मनाता है ||
मेरी बर्बादी की हर खबर पे ...... वो बेवफा कैसे जश्न मनाता है ||
3) यूँ ही कुछ अलफ़ाज़ लबों पे आ गए ..... मेरे पूराने जख्म फिर पलकों से अश्क बहा गए .....
4) गम के मंजर ही बस साथ रहेंगे .... दर्द के एहसास हमेशा पास रहेंगे .....
वो ना रहे हमारे .... उनकी बेवफाई के साए में ....... खुश होकर भी हम उदास रहेंगे ....
5.) हम तो यूँ हीं सबको बोर कर लेते हैं
इस वीरान जिंदगी में, अपने ही गमो का शोर कर लेते हैं
यूँ लगता है, जिंदगी अभी चल रही है
देखो मुझे चिढ़ाकर, मेरी मौत भी आगे निकल रही है ||
6.) To show from the Eyes, coming tears
It is an emotional art.
Wish you a very Happy Birthday
From the Deep of my Heart.

वो ना रहे हमारे .... उनकी बेवफाई के साए में ....... खुश होकर भी हम उदास रहेंगे ....
5.) हम तो यूँ हीं सबको बोर कर लेते हैं
इस वीरान जिंदगी में, अपने ही गमो का शोर कर लेते हैं
यूँ लगता है, जिंदगी अभी चल रही है
देखो मुझे चिढ़ाकर, मेरी मौत भी आगे निकल रही है ||
6.) To show from the Eyes, coming tears
It is an emotional art.
Wish you a very Happy Birthday
From the Deep of my Heart.

No comments:
Post a Comment