बदलते चेहरों से आईने में, अक्स की पहचान बदल जाती है...
चाहकर भी हम रो नहीं पाते ,,,, खुशनसीब है तू दोस्त......
तेरे अश्क तेरी पलकों से फिसल तो जाती है ||
चाहकर भी हम रो नहीं पाते ,,,, खुशनसीब है तू दोस्त......
तेरे अश्क तेरी पलकों से फिसल तो जाती है ||
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ये जानकर की कोई तेरे लिए जी रहा है....
तू जीना चाहता है अपने आँसुओं को भी पीकर ||
मेरी तो मौत भी बेवफा निकली दोस्त ......
सहना है हर ज़ख्म अपने गमों को पीकर ||

तू जीना चाहता है अपने आँसुओं को भी पीकर ||
मेरी तो मौत भी बेवफा निकली दोस्त ......
सहना है हर ज़ख्म अपने गमों को पीकर ||

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