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Saturday, December 7, 2013

दोस्तों के दिए हर जख्म भूल जाते हैं


कभी आईने भी धोखा देते हैं 
        और कभी साए भी साथ छोड़ जाते हैं । 
हम तो दोस्ती के एहसास में 
        दोस्तों के दिए हर जख्म भूल जाते हैं । 
क्योंकि ख्याल जब जब दोस्तों का आता है 
        हम तो अपनी तन्हाई के हर गम भूल जाते हैं ॥

       

Wednesday, November 20, 2013

हमारे दोस्ती के अफ़साने जमाने में रह जायेंगे |


यादों कि गहराई में जाकर, मेरा चेहरा याद कर दोस्त
गीले शिकवों के हर अश्क़, तेरे पलकों से बह जायेंगे ||
हम रहें ना रहें इस दुनिया में, हमारे दोस्ती के अफ़साने जमाने में रह जायेंगे ||

मै तनहा बहुत हूँ  इस जिंदगी में, तेरी यादों का सहारा मुझे सम्भाल तो लेता है |
उन जख्मों के दर्द का तुझे एहसास नहीं शायद, जब हर ख़ुशी मेरे दामन से मुँह मोड़ लेता है ॥

ऐतबार नहीं इस बेवफा जिंदगी का, आकर मुझसे एक मुलाक़ात तो कर
तेरे दीदार से नम होके आँखें, ये साँसे ख़ुशी से ही जम जायेंगे |
आगोश में तेरी हर गम को भुला कर, अलविदा जिंदगी को कह  जायेंगे
हम रहें ना रहें इस दुनिया में, हमारे दोस्ती के अफ़साने जमाने में रह जायेंगे ||

       

Wednesday, November 6, 2013


1) ज़ख्मों के दर्द जब भी अपने होने का एहसास दिलाते हैं |
मेरे लब यूँ ही बेवज़ह मुस्कुराते हैं ||

2) गमो के नशे में ऐसे डूबे हैं कि ...... मय का नशा भी शर्मा जाता है |
मेरी बर्बादी की हर खबर पे ...... वो बेवफा कैसे जश्न मनाता है ||

3) यूँ ही कुछ अलफ़ाज़ लबों पे आ गए ..... मेरे पूराने जख्म फिर पलकों से अश्क बहा गए .....


4) गम के मंजर ही बस साथ रहेंगे .... दर्द के एहसास हमेशा पास रहेंगे .....
वो ना रहे हमारे .... उनकी बेवफाई के साए में ....... खुश होकर भी हम उदास रहेंगे ....
 


5.) हम तो यूँ हीं सबको बोर कर लेते हैं
इस वीरान जिंदगी में, अपने ही गमो का शोर कर लेते हैं
यूँ लगता है, जिंदगी अभी चल रही है
देखो मुझे चिढ़ाकर, मेरी मौत भी आगे निकल रही है || 


6.) To show from the Eyes, coming tears
It is an emotional art.
Wish you a very Happy Birthday
From the Deep of my Heart.

       

Sunday, November 3, 2013



I know I am the WORST,
                     Still I am the BEST.
  
A Real Man has a Rough Attitude !!!!!

       

Monday, May 20, 2013

खुदा कहते हैं


हर शख्श के फ़ितरत से, जमाने में कई अफ़साने बनते हैं । 
ये बन्धन ही दुनिया के ऐसे हैं, कभी हमें अपना तो कभी बेगाने कह्ते हैं ॥
दिलों के पास होकर भी, वो जुदा रहते हैं ।
ग़मों में भी जो बसा दे, तेरे लबों पे हँसी,
उस अनजानी शक्ति को ही खुदा कहते हैं ॥

       

Sunday, March 10, 2013


बदलते चेहरों से आईने में, अक्स की पहचान बदल जाती है...
चाहकर भी हम रो नहीं पाते ,,,, खुशनसीब है तू दोस्त......
तेरे अश्क तेरी पलकों से फिसल तो जाती है ||

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ये जानकर की कोई तेरे लिए जी रहा है....
तू जीना चाहता है अपने आँसुओं को भी पीकर ||
मेरी तो मौत भी बेवफा निकली दोस्त ......
सहना है हर ज़ख्म अपने गमों को पीकर ||


       

Monday, February 18, 2013

खुदा के कहर का फ़र्ज़


मेरी बेबसी पे तुम भी मुस्कुरा रहे हो 
मेरे दिल के टुकड़ो को देखकर, उसकी हँसी उड़ा रहे हो 
कसूर तुम्हारा नहीं है मेरे दोस्त, 
उस खुदा के केहर का शायद, तुम भी एक फ़र्ज़ निभा रहे हो